भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को लेकर भारत से एक प्रतिनिधिमंडल वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, भारत के प्रमुख भिक्षु और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। यह यात्रा 6 से 8 मई 2025 तक संयुक्त राष्ट्र वेसाक दिवस समारोह के संदर्भ में हो रही है। इसका आयोजन वियतनाम ने किया है।
भगवान बुद्ध का पवित्र अवशेष सारनाथ से वियतनाम पहुंचा है। बोधगया में ज्ञान प्राप्त होने के बाद भगवान बुद्ध ने पहला उपदेश सारनाथ में दिया था।पवित्र अवशेष का दुनिया भर के बौद्ध समुदाय में विशेष महत्व है। इसे पहली बार वियतनाम लाया गया है। इन प्रयासों से भारत और वियतनाम के बीच संबंधों में और मजबूती आएगी।
भारत से लाए गए पवित्र बोधि वृक्ष के पौधे को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और वियतनाम बौद्ध संघ के सुप्रीम पैट्रिआर्क ने हो ची मिन्ह सिटी के बौद्ध विश्वविद्यालय में लगाया। पवित्र अवशेष 2 से 7 मई तक थान टैम मठ में रहेंगे। इसके बाद 21 मई तक तै निन्ह, हा नोई और हा नाम प्रांतों में दर्शन के लिए रखा जाएगा।