बिहार आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 के अनुसार बिहार में बिजली की आपूर्ति सरप्लस है। इसके विपरीत किसानों के हिस्से की बिजली में कटौती कर बडे़ कारोबारियों को दी जा रही है। क्या यह उचित है ? राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने यह सवाल राज्य सरकार से पूछा है।
आरजेडी का कहना है कि बिहार में अपना उत्पादन शून्य है। बाहर से बिजली खरीद कर बिहार के उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जा रही है। सभी लोगों को आपूर्ति करने के बावजूद राज्य सरकार की रिपोर्ट कह रही है कि बिजली सरप्लस है। क्या बिजली खरीद कर बेची जा रही है?
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने राज्य सरकार से मांग की है कि वर्तमान प्राकृतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किसानों को 24 घंटे बिजली मिलनी चाहिए।
राज्य सरकार कह रही है कि किसानों को खेती के लिए 8 घंटे बिजली मिल रही है जबकि धान की फसल के लिए इससे अधिक बिजली की जरूरत है। किसानों की बिजली में कटौती और पीक ऑवर में अधिक टैरिफ लेकर बिहार के व्यवसायियों को बिजली देना उचित नहीं है।