पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 80 फीट का रावण धू-धू कर जल गया। इससे पहले श्री राम ने कुंभकरण और मेघनाद का वध किया। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विजयादशमी के मौके पर रामलीला महोत्सव और रावणवध समारोह का उद्घाटन किया।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने राम एवं लक्ष्मण के स्वरूप को तिलक लगाकर आरती की। इसके बाद बुराई के प्रतीक कुंभकरण, मेघनाद और रावण का पुतला दहन किया गया। दशहरा कमिटी ट्रस्ट ने समारोह का आयोजन किया था।
रावण वध को देखने के लिए लोग दोपहर से ही गांधी मैदान पहुंचने लगे थे। शाम चार बजते-बजते पूरा गांधी मैदान लोगों से भर गया। गांधी मैदान में निर्धारित समय पर हनुमान जी की एंट्री होते ही जय श्रीराम और जय बजरंग बली के जयकारे लगने लगे। हनुमान जी गदा लहराते हुए लंकेश के सोने की लंका पहुंचे और फिर अपनी पूंछ से लंका में आग लगा दी। सोने की लंका देखते ही देखते राख हो गई।
कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, राज्य सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी और महेश्वर हजारी, सांसद रविशंकर प्रसाद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, दशहरा कमिटी ट्रस्ट के चेयरमैन कमल नोपानी, अध्यक्ष अरूण कुमार, संयोजक मुकेश नंदन एवं सदस्य मौजूद थे।