पटना के गांधी मैदान का दबाव कम करने के लिए जेपी गंगा पथ क्षेत्र में पांच बड़े मैदान विकसित किये जाएंगे। इसके लिए संबंधित विभागों को जमीन तलाशने के लिए कहा गया है ।
डिप्टी सीएम सह पटना जिला के प्रभारी मंत्री सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के अंतर्गत जिला संचालन समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी को सक्रिय रहना पड़ेगा। पटना पूरे बिहार को प्रतिविंबित करता है। हमें इसी अनुसार लक्ष्य आधारित काम करना होगा। पटना में तेज विकास के साथ नए मैदान विकसित करने की जरूरत है ताकि लोगों को गांधी मैदान का विकल्प मिल सके।
पटना जिला के विधायक और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में सम्राट चौधरी ने इस बात जोर दिया कि सड़क, भवन निर्माण या विकास की किसी योजना को लागू करने में दोहराव से बचना चाहिए।
एक ही काम को दो एजेंसियों से या बार-बार कराने से संसाधन और समय की बर्बादी होती है। विभागों के बीच बेहतर तालमेल करके बहुत कुछ बचाया जा सकता है।
डिप्टी सीएम ने निर्देश दिया कि समग्र शहरी विकास योजना के अंतर्गत यदि कोई सड़क मुख्य सड़क से 300 मीटर तक छूट रही हो, तो उसका विस्तार करें। सड़क के साथ नाला भी बनना चाहिए। सड़क-नाला निर्माण की योजनाएं स्पष्ट होने पर अप्रैल में शिलान्यास कार्यक्रम रखा जाएगा।
दोहराव से बचने के लिए नगर निकाय उस योजना को अपनी योजना में शामिल नहीं करे, जिसकी अनुशंसा विधायक पहले कर चुके हैं। समीक्षा बैठक में विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव और नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्र ने भी अपने विचारों को रखा।
पटना के डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि सभी सुझावों पर शीघ्र कार्रवाई शुरू होगी। जिला प्रशासन पारदर्शिता के साथ सभी योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है।