बिहार के पूर्व वित्त एवं वाणिज्य-कर मंत्री सुशील कुमार मोदी के असामयिक निधन पर बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में शोकसभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि देने के बाद सदस्यों ने उनके मंत्री के रूप में कार्यकाल को याद किया।
चैंबर अध्यक्ष सुभाष कुमार पटवारी ने कहा कि बिहार के उद्यमी एवं कारोबारियों को सुशील मोदी जी का हमेशा मार्गदर्शन मिलता रहा। नई कर प्रणाली जीएसटी के कार्यान्वयन के समय उनका काफी सहयोग मिला।
पूर्व अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने बताया कि राज्य के व्यवसायी जीएसटी से पहले की कर प्रणाली वैट की विसंगतियों से काफी परेशान थे। 24 नवंबर, 2005 को बिहार में नई सरकार के गठन के तुरंत बाद 20 दिसंबर, 2005 को राज्य सरकार की ओर से चैंबर परिसर में व्यापार पंचायत का आयोजन किया गया।
वाणिज्य-कर मंत्री के रूप में सुशील कुमार मोदी ने पूरे दिन जिलों से आये विभिन्न व्यावसायिक संगठनों की बातों को धैर्य से सुना और वैट की विसंगतियों को दूर कराया। इसे व्यवसायी आज भी याद करते हैं।