प्रसिद्ध उद्योगपति एवं टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का मुंबई में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। 86 वर्षीय रतन टाटा ने 9 अक्टूबर की रात ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। पारसी परंपरा के अनुसार उनका संस्कार किया गया।
पद्म विभूषण रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री, बिहार समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री, राजनीतिक, उद्योगपति, मनोरंजन एवं खेल जगत की हस्तियों ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रतन टाटा दूरदर्शी उद्योगपति, दयालु एवं असाधारण इंसान थे। उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और समाज को बेहतर बनाने की अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक संदेश में कहा कि रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने वैश्विक स्तर पर विस्तार किया। उन्होंने न केवल भारतीय उद्योग जगत में अहम योगदान दिया, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों की सेवा में भी अपना जीवन समर्पित किया।
उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। भारत सरकार की ओर से उन्हें वर्ष 2000 में पद्म भूषण एवं 2008 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनके निधन से औद्योगिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।