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मानव संसाधन बिहार की सबसे बड़ी ताकत, जरूरत है निखारने की  

भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों ने पटना में कहा कि बिहार की सबसे बड़ी ताकत मानव संसाधन है। राज्य अपने मानव संसाधन को प्रशिक्षित कर अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान कर सकता है। दुनिया में कई देश मानव संसाधन के बल पर अपनी अर्थव्यवस्था को संचालित कर रहे हैं।

बिहार उद्योग संघ (बीआईए) परिसर में उद्यमियों के साथ संवाद में अधिकारियों ने अपने अनुभवों को साझा किया। संवाद कार्यक्रम में दोहा स्थित भारतीय दूतावास में तैनात संदीप कुमार, डॉ सुशील कुमार (मेलबॉर्न), मनोज बिहारी वर्मा (मोनरोविया) और अमित कुमार मिश्रा (विदेश मंत्रालय नई दिल्ली) शामिल थे। 

उद्यमियों के साथ संवाद में बिहार की आर्थिक और औद्योगिक स्थिति पर चर्चा हुई। अधिकारियों ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी और पर्यटन क्षेत्रों में काफी संभावनाएं हैं। बिहार के उत्पाद और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड तैयार करने की जरूरत है।

विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सूरजकुंड और पुष्कर की तरह मेलों का आयोजन होना चाहिए। अधिकारियों ने विदेशों में अपने कार्यकाल के दौरान व्यवसाय से संबंधित अनुभवों को बताया। उन्होंने सेवा क्षेत्र में भी काम करने की सलाह दी। 

कार्यक्रम में बीआईए के अध्यक्ष केपीएस केशरी, पूर्व अध्यक्ष अरुण अग्रवाल, सीआईआई बिहार चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष और सदस्य मौजूद रहे।
 


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