केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बिहार में औद्योगीकरण के लिए स्थानीय उद्यमियों को आगे आना होगा। यहां पर काफी संभावनाएं हैं। बिहार ने अतीत में कई क्षेत्रों में देश का नेतृत्व किया है। डिफेंस एवं फार्मास्यूटिकल सेक्टर में काफी संभावनाएं हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स परिसर में राज्य के उद्यमी एवं व्यवसायियों को संबोधित कर रही थीं।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुभाष कुमार पटवारी ने वित्त मंत्री को राज्य के आर्थिक विकास से संबंधित एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। इसमें राज्य के औद्योगिक विकास की चर्चा है।
पूर्व अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री से कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंक बिहार में लोन देने में काफी उदासीन रहते हैं। इस कारण राज्य में सीडी रेशियो राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। इस नकारात्मक दृष्टिकोण को बदलने की जरूरत है।
पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को बैंकों पर दबाव बढ़ाकर राज्य में ऋण प्रवाह को बढ़ाना चाहिए। साथ ही बैंकों के कार्यों का मूल्यांकन भी हो। कम से कम एक पब्लिक सेक्टर बैंक का मुख्यालय बिहार में होने से कार्य सुगम होगा।
बैंकों के निदेशक मंडल में बिहार के उद्योग एवं व्यापार जगत के प्रतिनिधियों को भी जगह मिले। बिहार में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन का प्रावधान होना चाहिए ।