गर्मी में मूंग की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग ने अनुदानित दर पर बीज का वितरण शुरू कर दिया है। बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से राज्य के 4,06,107 किसानों में 33,307 क्विंटल मूंग का बीज वितरित किया गया है।
गर्मी में मूंग की खेती करने के दो फायदे हैं। पहला किसान मूंग की फली की एक तोड़ाई कर उपज प्राप्त कर सकते हैं। दूसरा फली तोड़ने के बाद इसके पौधे को मिट्टी में मिलाकर बड़ी मात्रा में हरी खाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार में 80 प्रतिशत से अधिक मूंग की खेती गर्मी में की जाती है। मूंग की फसल में गर्मी सहन करने की काफी क्षमता है। किसान कम लागत में इस फसल से अधिक लाभ कमा सकते हैं।
बिहार में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के अंतर्गत 60 से 70 दिनों के मूंग की किस्म को बढ़ावा मिल रहा है। फसल अवशेष का प्रबंधन करते हुए जीरो टिलेज तकनीक से 180 गांवों में मूंग की खेती की जा रही है।
कृषि सचिव ने कहा कि किसानों को आत्मा योजना और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से मूंग के खेत का भ्रमण कराया जा रहा है।