प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार दौरे के दौरान प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर का देखा। इस विश्वविद्यालय को विश्व के पहले आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक माना जाता है। नालंदा के खंडहर को 2016 में संयुक्त राष्ट्र विरासत स्थल घोषित किया गया था।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया है कि नालंदा के अवशेषों को देखना अनुकरणीय था। यह प्राचीन विश्व में शिक्षा के महानतम केंद्रों में से एक में उपस्थित होने का अवसर था। यह जगह उस विद्वतापूर्ण अतीत की गहरी झलक पेश करती है, जो कभी यहां समृद्ध थी। नालंदा ने एक बौद्धिक भावना पैदा की है, जो हमारे देश में लगातार पनप रही है।