पटना के इस्कॉन मंदिर से 7 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा दोपहर दो बजे निकलेगी। हाइड्रोलिक सिस्टम से बने 40 फीट ऊंचे रथ को सजाने का काम जारी है। रथयात्रा मार्ग में पुष्पवर्षा और आरती से जगन्नाथ जी का स्वागत होगा। वितरण के लिए प्रसाद बनाने का काम भी मंदिर परिसर में जोरशोर से चल रहा है।
रथयात्रा महोत्सव की बढ़ती लोकप्रियता के कारण बिहार एवं अन्य राज्यों के साथ विदेशों से भी श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल होने पटना आ रहे हैं।
रथयात्रा मार्ग : इस्कॉन मंदिर - तारा मंडल - विद्युत भवन - हाईकोर्ट - बिहार म्यूजियम - पटना वीमेंस कॉलेज - इनकम टैक्स गोलंबर - कोतवाली - डाक बंगला चौराहा - मौर्या लोक - कोतवाली - इस्कॉन मंदिर में शाम पांच बजे वापसी
इस्कॉन पटना के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास कहते हैं कि भगवान जगन्नाथ श्रीकृष्ण के ही अभिन्न स्वरूप हैं। उनकी यह यात्रालीला अद्भुत है। रथयात्रा एकता एवं सुख-शांति का प्रतीक है। उन्होंने श्रद्धालुओं से भगवान के इस अद्भुत स्वरूप का दर्शन कर अपने जीवन को सार्थक बनाने की अपील की है।
कृष्ण कृपा दास ने कहा कि भगवान की कृपा है कि जीवों के कल्याण के लिए हर वर्ष दर्शन देने स्वयं बाहर निकलते हैं। इस्कॉन के प्रतिष्ठाचार्य ए.सी.भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने पुरी के साथ पूरे विश्व में श्रीजगन्नाथ रथयात्रा निकाल कर दर्शन सुलभ करा दिया।