जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट, पटना की वर्तमान यात्री क्षमता 30 लाख प्रतिवर्ष है। यह बढ़कर एक करोड़ प्रतिवर्ष हो जाएगी। देश के अन्य आधुनिक एयरपोर्ट की तरह पटना एयरपोर्ट टर्मिनल का विकास हो रहा है। यात्रियों के आगमन एवं प्रस्थान के लिए एरो ब्रिज बन रहे हैं।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के चेयरमैन सुरेश कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह जानकारी दी। पटना एयरपोर्ट परिसर में हुई बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि 1400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बन रहे पटना एयरपोर्ट डेवलपमेंट का काम पांच माह में पूरा करने का लक्ष्य है। वर्तमान एयरपोर्ट में पांच विमानों की पार्किंग की व्यवस्था है। इसे बढ़ाकर 11 किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने पटना एयरपोर्ट के निर्माणाधीन टर्मिनल के निरीक्षण के दौरान बचे काम को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर जरूरत पूरा करेगी। एयरपोर्ट को पटना मेट्रो परियोजना से भी जोड़ने के लिए योजना बनाकर काम करें। बिहटा एयरपोर्ट रनवे विस्तार के लिए भू-अर्जन काम तेजी से पूरा करने का हमने निर्देश दिया है। इससे यह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की तरह विकसित होगा।
बिहार के सभी क्षेत्रों में एयर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान में कार्यरत पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट का क्षमता विस्तार हो रहा है। साथ ही पूर्णिया, रक्सौल, राजगीर और भागलपुर में नये एयरपोर्ट शुरू करने की योजना पर काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।