मोक्षभूमि गया में पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से शुरू हो रहा है। दो अक्टूबर तक चलने वाले राजकीय मेले की तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया पहुंचे।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पितृपक्ष मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने पूर्वजों का पिंडदान और तर्पण करने गया आते हैं। पितृपक्ष मेले के महत्व को देखते हुए बेहतर तैयारी रखें। घाट, तालाब एवं रास्तों की नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फल्गू नदी में हमेशा जल रहे। इसलिए गयाजी डैम का निर्माण कराया गया है। इससे पिंडदानियों को तर्पण करने में सुविधा होगी।
डीएम डॉ त्याग राजन एसएम ने बताया कि सभी महत्वपूर्ण वेदियों एवं घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए अच्छी व्यवस्था की गयी है। सभी तरह की सूचना के लिए पिंडदान गया मोबाइल ऐप विकसित किया गया है। कॉल सेंटर के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को सभी जानकारी मिलेगी।
इसस पहले मुख्यमंत्री ने गया के विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। उन्होंने फल्गू नदी के किनारे से विष्णुपद मंदिर तक वैकल्पिक पहुंच पथ का उद्घाटन किया। यह पथ मानपुर पुल से विष्णुपद मंदिर को एनएच 82 से भी जोड़ेगा। इससे संकीर्ण मार्ग से मंदिर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस पथ से सीताकुंड, गयाजी धाम, विष्णुपद मंदिर और एनएच 82 तक एक कॉरिडोर के रूप में दिखेगा। इससे आवागमन में श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने बह्मयोनि एवं प्रेतशीला पहाड़ी पर जल संरक्षण काम का भी शिलान्यास किया।