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बिहार में 4 एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण समय पर करने का निर्देश  

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में प्रस्तावित चार एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण समय पर पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इस काम में लोगों को असुविधा नहीं होनी चाहिए। इन एक्सप्रेस-वे के निर्माण से राज्य में आवागमन को और गति मिलेगी। साथ ही समय की बचत होगी।

मुख्यमंत्री गोरखपुर-सिलीगुड़ी, रक्सौल-हल्दिया, पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड और आमस-दरभंगा पथ से बोधगया-राजगीर एक्सप्रेस-वे निर्माण से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। 

मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे बिहार के आठ जिलों पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज से होकर गुजरेगा। इसकी कुल लंबाई 600 किलोमीटर होगी। इसमें बिहार में 415 किलोमीटर मार्ग होगा। 

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे रक्सौल अंतरराष्ट्रीय चेक पोस्ट से निकटतम बंदरगाह हल्दिया के लिए त्वरित संपर्क प्रदान करेगा। इसकी कुल लंबाई 702 किलोमीटर है। इसमें बिहार में 367 किलोमीटर हिस्सा पड़ेगा। 

रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे बिहार में पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय,जमुई और बांका जिलों से गुजरेगा। 

पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे पटना रिंग रोड में प्रस्तावित दिघवारा ब्रिज से शुरू होकर पूर्णिया तक बनेगा। इसकी कुल लंबाई 250 किलोमीटर होगी। यह पथ सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा एवं पूर्णिया जिलों से गुजरेगा। 

आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे से बोधगया-राजगीर के लिए चार लेन स्पर का निर्माण किया जाना है। 

समीक्षा बैठक में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, सांसद संजय कुमार झा, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक और एनएचएआई के वरीय अधिकारी मौजूद रहे। 
 


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