मुख्य समाचार

पटना की रामलीला : नौवें दिन माता सीता की खोज में निकले हनुमान

नागाबाबा ठाकुरबाड़ी में रामलीला मंचन के नौवें दिन माता सीता की खोज का मंचन किया गया। अंगद कहते हैं कि हनुमान जी से शक्तिशाली कोई नहीं है और समुद्र को सिर्फ वही लांघ सकते हैं। हनुमान अपनी शक्ति भूल चुके हैं। जामवंत उन्हें याद दिलाते हैं। शक्ति याद आने के बाद हनुमान समुद्र लांघकर लंका पहुंच जाते हैं। 

विभीषण से सीता की जानकारी मिलते ही हनुमान रात में अशोक वाटिका पहुंच जाते हैं। वे पेड़ से भगवान राम की दी गई मुद्रिका को माता सीता के सामने गिरा देते हैं। सीता मुद्रिका को पहचान लेती हैं। तब हनुमान अशोक वृक्ष से उतर कर उनके सामने आ जाते हैं।

यहां पर सीता और हनुमान का बड़ा ही मार्मिक संवाद है। इसके बाद हनुमान अशोक वाटिका में लगे फलों को खाना शुरू कर देते हैं। रावण के राज उद्यान को तहस-नहस कर देते हैं। 

जब यह समाचार रावण को मिलता है, तो वह अपने पुत्र अक्षय कुमार को भेजता है। हनुमान उसका वध कर देते हैं। इसके बाद मेघनाद हनुमान को नागपाश में बांध लेता है और रावण के राजदरबार में लाता है। 

यहां पहुंचकर हनुमान रावण को समझाते हैं, लेकिन वह उनकी बात न मानकर उनकी पूंछ में आग लगाने की आज्ञा देता है। पूंछ में आग लगते ही हनुमान पूरी लंका का विध्वंस कर देते हैं। 

नौवें दिन के रामलीला महोत्सव का उद्घाटन एमएलसी रवींद्र सिंह और दशहरा कमिटी के सदस्यों ने किया। 
 


संबंधित खबरें