भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बीएआरसी) के अनुसंधान का लाभ उद्योग एवं कृषि क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम पटना पहुंची। इसमें वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ ललित वार्ष्णेय, डॉ श्रीकांत गुप्ता और डॉ सयाजी महात्रे शामिल थे।
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) परिसर में आयोजित परिचर्चा में वैज्ञानिकों ने बताया कि बीएआरसी देश की सुरक्षा एवं प्रगति के लिए परमाणु और न्यूक्लियर शक्ति के उपयोग पर काम करता है।
इस दौरान हमें कई तरह के अनुसंधान करने पड़ते हैं। बीएआरसी के पास स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि, उद्योग एवं अन्य क्षेत्रों में होने वाले परीक्षण एवं व्यावहारिक ज्ञान भी उपलब्ध है। दूषित जल के शुद्धिकरण, कचरा प्रबंधन और बायोफ्यूल के क्षेत्र में किए गए अनुसंधान का लाभ कौन और कैसे ले सकता है। इस पर परिचर्चा केंद्रित रही।
वैज्ञानिकों ने बताया कि भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर इच्छुक लोगों को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है।