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नोएडा की तरह विकसित होगा गया, रोजगार के लिए नहीं जाना पड़ेगा बाहर

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी का कहना है कि अगले 10 वर्षों में गया जिला नोएडा की तरह विकसित होगा। गया जिला के लोगों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। 

केंद्रीय मंत्री बोधगया स्थित महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में एमएसएमई संवर्धन सह प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मगध क्षेत्र के कई उद्यमियों में ऋण वितरित किया गया। 

जीतन राम मांझी ने बताया कि गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मालवाहक विमान उतरने की स्वीकृति मिल गई है। टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण गया जिले में कराया जा रहा है। गया से डालटेनगंज और मानपुर-रसलपुर रेलवे लाइन पर भी बातचीत हो रही है। 

बोधगया में अगरबत्ती और मानपुर में कपड़ा के क्लस्टर तैयार किये जाएंगे। गया जिले में एक खादी मॉल बनाने पर भी विचार हो रहा है। 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एमएसएमई के तहत काफी सस्ता ऋण मिलता है। पहले की तुलना में 10 करोड़ की ऋण क्षमता बढ़ाकर 22 करोड़ की गई है। उन्होंने सभी उद्यमियों से कहा कि उद्योग विभाग से मिलने वाले ऋण को अपने उद्योग के विस्तार पर खर्च करें। इससे बिहार आगे बढ़ेगा। 

बिहार के उद्योग मंत्री सह गया जिला के प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि एमएसएमई विभाग से युवाओं को रोजगार के काफी अवसर मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री रोजगार योजना का लक्ष्य पांच हजार से बढ़कर सात हजार हो गया है। 

उद्योग मंत्री ने कहा कि गया जिले के डोभी में सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनने जा रहा है। यह कॉरिडोर दस राज्यों से गुजरता है। इसके लिए 1600 एकड़ से ज्यादा भूमि चिन्हित है। इसके निर्माण पर 28,000 करोड़ राशि खर्च होगी। साथ ही दस से तीस लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा। 

उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने कहा कि बिहार में उद्योग क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई काम हो रहे हैं। इसके अलावा माइक्रो लेवल पर लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। बिहार को इंडस्ट्रियल हब बनाने की पूरी कोशिश हो रही है। 

सहकारिता सह पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने भी अपने विचारों को रखा। 


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