तुर्की और अजरबैजान से व्यापार बंद करने की तैयारी में भारत के व्यापारी जुट गए हैं। इसके लिए कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने 16 मई को दिल्ली में राज्यों के प्रमुख व्यापारी नेताओं की एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में दोनों देशों से सभी सामान का आयात-निर्यात बंद करने का निर्णय लिया जाएगा।
बिहार का प्रतिनिधित्व कैट के राजेश गुप्ता, अशोक कुमार वर्मा, कमल नोपानी और रमेश गांधी कर रहे हैं।
तुर्की और अजरबेजान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का समर्थन किया था। इस रवैये का भारत ने विरोध किया है। कैट का कहना है कि जो देश भारत के खिलाफ है, उसके साथ व्यापार नहीं होगा।
भारत से तुर्की (निर्यात) : रिफाइंड पेट्रोलियम, मोटर वाहन और पार्ट्स, स्टील, केमिकल, दवाई, कीमती पत्थर, वस्त्र और कई वस्तुएं ।
तुर्की से भारत (आयात) : फल, प्लास्टिक, वस्त्र, कच्चा पेट्रोल, मशीन, मार्बल और गोल्ड ।
भारत से अजरबैजान (निर्यात) : तंबाकू, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीन, दवाई, सिरेमिक उत्पाद और अनाज ।
अजरबैजान से भारत (आयात) : खनिज तेल, केमिकल, खाल, एल्यूमिनियम और कॉटन।
16 मई की बैठक में देश में तिरंगा यात्रा का आयोजन और ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ भी निर्णय लिए जाएंगे।