नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबोरेटरीज (एनएबीएल) के पूर्वी क्षेत्र कार्यालय ने पटना में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। बिहार उद्योग संघ (बीआईए) परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कोलकाता से एनएबीएल की उप निदेशक मालंच दास शामिल हुईं।
मालंच दास ने बताया कि एनएबीएल वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था है। एनएबीएल देश में विभिन्न कार्यकलापों के लिए स्थापित प्रयोगशालाओं को मान्यता प्रदान करता है। प्रयोगशाला निजी क्षेत्र की हो या फिर सरकार के अधीन एनएबीएल से मान्यता लेनी पड़ती है।
उन्होंने बताया कि पूरे देश में लगभग 10 हजार प्रयोगशालाएं हैं, जिन्हें एनएबीएल से मान्यता मिली हुई है। पूर्वी क्षेत्र के राज्यों में एनएबीएल से मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं की संख्या काफी कम है। जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य है कि पूर्वी क्षेत्र के उद्योग एवं अन्य को अपनी प्रयोगशाला को एनएबीएल से मान्यता दिलाने के लिए जागरूक किया जाए।
एनएबीएल के पास अपनी कोई लेबोरेटरी नहीं है। एनएबीएल अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर अलग-अलग प्रयोगशालाओं को उनके परीक्षण कार्य के लिए मान्यता प्रदान करता है।
बीआईए के अध्यक्ष केपीएस केशरी ने भी अपने विचारों को रखा। जागरूकता कार्यक्रम में अमरनाथ जायसवाल, अरविंद कुमार, रामलाल खेतान, जीपी सिंह, एकेपी सिन्हा समेत बड़ी संख्या में विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।