बिहार में नये कोल्ड स्टोरेज लगाने के लिए लाभुकों में अनुदान राशि वितरित की गई। इस मौके पर कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि किसानों को अपने फल-सब्जियों के सुरक्षित भंडारण में परेशानी होती है। सरकार समुचित भंडारण के लिए कई योजनाएं चला रही है।
नये कोल्ड स्टोरेज के साथ पहले से संचालित कोल्ड स्टोरेज पर सौर ऊर्जा संयत्र लगाने के लिए भी अनुदान की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि राज्य योजना के अंतर्गत सोलर पैनल लगाने पर प्रति शीतगृह अधिकतम 35 लाख रुपये खर्च का अनुमान है। लाभुकों को अधिकतम 17.50 लाख रुपये तक सहायतानुदान मिलेगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि कोल्ड स्टोरेज लगाने की प्रक्रिया का सरल किया गया है। अब कोल्ड स्टोरेज लगाने के इच्छुक व्यक्तियों को कागजी कार्रवाई में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। आधुनिक तकनीक से युक्त कोल्ड स्टोरेज लगाने को प्रोत्साहित किया जायेगा। मल्टी चैंबर वाले कोल्ड स्टोरेज को बढ़ावा मिलेगा। इससे एक ही स्थान पर फल-सब्जियों को संरक्षित करने में सुविधा होगी।
बिहार में बड़े पैमाने पर फल एवं सब्जी की खेती होती है। इनके सुरक्षित भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज की जरूरत होती है। विभाग के आंकड़ों के अनुसार बिहार में लगभग 3 लाख 29 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में आलू की खेती और 87.90 लाख मीट्रिक टन आलू का उत्पादन होता है।
इसी तरह लगभग 9 लाख 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जियों की खेती और 175 लाख मीट्रिक टन सब्जी का उत्पादन होता है। लगभग 3 लाख 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फल की खेती होती है, जिसमें 45 लाख 34 हजार मीट्रिक टन फल का उत्पादन होता है।