मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के 13 जिलों में बाढ़ से प्रभावित 4.39 लाख परिवार के खाते में 307 करोड़ राशि ट्रांसफर की। प्रत्येक परिवार को सात हजार राशि मिली है।
बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने शेष परिवार के खातों में 9 अक्टूबर तक राशि भेजने, किसानों को फसल क्षति का भुगतान, बांध एवं सड़क की मरम्मत कराने का निर्देश दिया।
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि 20 सितंबर से 29 सितंबर के बीच गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि से राज्य के 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए। इस चरण में 28.34 लाख की आबादी प्रभावित हुई।
दूसरे चरण में 29 सितंबर से नेपाल एवं उत्तर बिहार के जिलों में भारी बारिश के कारण गंडक एवं कोसी नदियों में जलस्तर में वृद्धि हुई। इससे राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी। बाढ़ प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता दी जा रही है।
कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पहले चरण की बाढ़ से 16 जिले के 67 प्रखंड और 645 पंचायतों का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है। दूसरे चरण में हुई फसल क्षति का आकलन कराया जा रहा है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डॉ एन. विजयलक्ष्मी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशु शिविर लगाये गये हैं। पशु चिकित्सक, चारा एवं दवा की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है।
समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, आपदा प्रबंधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, बिहार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ उदय कांत मिश्रा एवं मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा मौजूद रहे।