केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना में पूर्वी क्षेत्र के आठ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) के प्रदर्शन की समीक्षा की। ताज सिटी सेंटर में आयोजित बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, वित्तीय सेवा विभाग के सचिव एम. नागराजू, आरबीआई के ईडी, आरआरबी और प्रायोजक बैंकों के अध्यक्ष मौजूद रहेे।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों से कहा कि वे अपने प्रायोजक बैंकों के सहयोग से केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं पीएम मुद्रा योजना एवं पीएम विश्वकर्मा के तहत ऋण वितरण में वृद्धि करें। प्रायोजक बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को आगे आने वाली चुनौतियों को पहचानना होगा।
उन्होंने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को जमीनी स्तर पर कृषि ऋण वितरण में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का निर्देश दिया। इनमें डेयरी, पशु एवं मत्स्यपालन पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक को मत्स्य पालन और मखाना के लिए ऋण बढ़ाने का निर्देश दिया। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में दक्षता और सेवा वितरण बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी उन्नयन में तेजी लाने के महत्व पर भी जोर दिया। साथ ही आरआरबी के वित्तीय मापदंडों में सुधार का भी उल्लेख किया।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक शाखाओं की संख्या बढ़ाने और सीडी रेशियो में सुधार करने का आग्रह किया। उन्होंने छोटे उद्योगों को अधिक सहायता देने और ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल लेन-देन बढ़ाने पर जोर दिया।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने आरआरबी के ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई की डिजिटल सेवाएं देने का निर्देश दिया। क्षेत्र में स्वरोजगार बढ़ाने के लिए एक जिला एक उत्पाद योजना की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई।
उन्होंने राज्य सरकार से महिला स्वयं सहायता समूहों को ऋण प्रवाह बढ़ाने के लिए बैंकों को सहायता देने और उद्यम के रूप में विकसित करने के लिए नाबार्ड और सिडबी के साथ सहयोग करने का आग्रह किया।
पटना में बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दरभंगा पहुंचीं। राज मैदान में एसएलबीसी के एक आउटरीच कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उनकी उपस्थिति में जरूरतमंद युवाओं में 1388 करोड़ का ऋण वितरित किया गया।