बिहार में जल संचय-जन भागीदारी अभिमान का शुभारंभ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि यह राज्य की वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए जल संरक्षण का सबल आधार तैयार करेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली योजना लागू कर जल और परंपरागत जल स्रोतों की रक्षा का अभियान पहले से चला रखा हैं। पानी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दूरदर्शी विजन मानव जाति का अस्तिव बचाने वाला है।
जल संरक्षण अभियान की महत्वपूर्ण बैठक में डिप्टी सीएम ने कहा कि यह पहल न केवल जल संकट से मुक्ति दिलाएगी, बल्कि बाढ़ की समस्या का समाधान भी करेगी। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से इस मुहिम में सक्रिय सहयोग करने की अपील की।
बिहार के कई जिलों को बाढ़ और सूखे का सामना करना पडता है। इस संकट को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने जल संचय-जन भागीदारी अभियान शुरू किया है।
पहले चरण में बिहार के 10 जिलों पटना, बक्सर, मुजफ्फरपुर, गया, मधुबनी, रोहतास, बांका, मुंगेर, भोजपुर और औरंगाबाद में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का काम शुरू हो चुका है। इससे बारिश के पानी को संरक्षित कर जल संकट और बाढ़ जैसी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
साकेत ग्रुप सूरत के सहयोग से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना की गई है। साकेत ग्रुप के प्रतिनिधि सांवरप्रसाद बुधिया ने कहा कि यह अभियान पूरे बिहार में प्रशासन और स्थानीय लोगों को साथ लेकर चलाया जाएगा।
अभियान की पहली बैठक में डूंगर सिंह सोढ़ा, विनोद पांडे, अनूप गर्ग, सुरेश कुमार बुधिया, बृजेश सिंह, शैलेंद्र सिंह, अमित सिंह, हिमांशु हरि, आदित्य राना और रोहित राजपूत मौजूद रहे।