मुख्य समाचार

बागवानी महोत्सव में शहद उत्पादन एवं प्रोत्साहन नीति की घोषणा 

बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने शहद के उत्पादन एवं प्रोत्साहन के लिए नीति बनाने की घोषणा की है। इस नीति में खासकर भूमिहीन किसानों को शहद उत्पादन से जोड़ने की पहल की जाएगी। ये किसान मधुमक्खीपालन कर खुद को सशक्त बनाएंगे। सूर्यमुखी, सहजन, सरसों एवं लीची से शहद का उत्पादन होगा। 

पटना के गांधी मैदान में तीन दिवसीय बागवानी महोत्सव के उद्घाटन समारोह को कृषि मंत्री संबोधित कर रहे थे। कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल, बिहार राज्य बीज निगम के एमडी डॉ आलोक रंजन घोष और उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार भी मौजूद रहे। 

महोत्सव में बागवानी उत्पादों की प्रदर्शनी के साथ बिक्री की भी व्यवस्था की गई है। सभी जिलों से करीब 1500 किसानों ने भाग लिया है। 

कृषि मंत्री ने बताया कि बिहार में 13.50 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी फसलों की खेती की जाती है। इससे करीब 286.45 लाख मीट्रिक टन फल, फूल और सब्जी का उत्पादन होता है। इसे आने वाले समय में और बढ़ाने की जरूरत है। 

बिहार बागवानी के क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा है। किसान पारंपरिक बागवानी फसलों के साथ उच्च बाजार मूल्य वाले फल, ड्रैगन फ्रूट्स और स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं। इन उत्पादों के उचित भंडारण, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्द्धन एवं बाजार की सुलभ उपलब्धता के लिए कृषि विपणन निदेशालय का गठन किया गया है।

वर्तमान में बिहार की प्रतिव्यक्ति आय 66 हजार है। इसमें किसानों की बढ़ी आय का भी योगदान है। बागवानी के माध्यम से किसानों को और समृद्ध कर सकते हैं। 
 


संबंधित खबरें