मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खगड़िया जिला के महेशखूंट (गोगरी प्रखंड) में पशु आहार कारखाना का उद्घाटन किया। 43 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पशु आहार कारखाना की प्रतिदिन उत्पादन क्षमता 300 मीट्रिक टन है। इस कारखाना से पांच लाख से अधिक पशुपालक लाभान्वित होंगे।
प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री ने खगड़िया जिले को 430 करोड़ रुपये की 224 विकास योजनाओं की सौगात दी है। इनमें 89 योजनाओं का उद्घाटन और 135 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
पशु आहार कारखाना का उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालकों को अब पशु चारा आसानी से उपलब्ध होगा। इससे पशुओं के दूध में वृद्धि होगी और किसानों को लाभ होगा।
मुख्यमंत्री ने महेशखूंट में जीविका भवन का भी उद्घाटन किया। जीविका दीदियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि हमलोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की संख्या बढ़ानी शुरू की। इसका नतीजा है कि आज बिहार में 1.31 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर जीविका दीदियों के रूप में अच्छा काम कर रही हैं।
हमने ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को जीविका नाम दिया। इससे प्रेरित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार ने इसका नाम आजीविका किया। इसे याद रखिएगा।
शहरी क्षेत्रों में भी एसएचजी का गठन शुरू हो गया है। अब तक शहरी क्षेत्रों में 26 हजार से अधिक एसएचजी का गठन हो चुका है। इनसे तीन लाख से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी हैं।
कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, राज्य सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी, महेश्वर हजारी और अशोक चौधरी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव, डीजीपी, सीएम के प्रधान सचिव एवं पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव मौजूद रहे।